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वाणिज्य विभाग द्वारा “शोध प्रविधि - परियोजना निर्माण“ विषय पर एक दिवसीय राज्य स्तरीय कार्यशाला संपन्न


Venue : कार्यालय प्राचार्य, शासकीय नेहरू स्नातकोत्तर महाविद्यालय डोंगरगढ़, जिला राजनांदगाॅव (छ.ग.)
Date : 06-11-2019
 
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वाणिज्य विभाग द्वारा “शोध प्रविधि - परियोजना निर्माण“ विषय पर एक दिवसीय राज्य स्तरीय कार्यशाला संपन्न

        शासकीय नेहरू स्नातकोत्तर महाविद्यालय, डोंगरगढ़ में प्राचार्य, डॉ. के.एल.टाण्डेकर के निर्देशन एवं वाणिज्य विभाग की विभागाध्यक्ष डाॅ. श्रीमती ई.व्ही. रेवती के मागदर्शन में वाणिज्य विभाग के द्वारा शोध प्रविधि परियोजना निर्माण विषय पर एक दिवसीय राज्य स्तरीय कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रूप में डाॅ. बंश गोपाल सिंह, कुलपति पं. सुंदरलाल शर्मा मुक्त विश्वविद्यालय मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता डाॅ. हेमलता मोहबे सेवानिवृŸा प्राचार्य राजनांदगांव ने की। विषय विशेषज्ञ के रूप में डाॅ. एल.एन. वर्मा सहा.प्राध्यापक शहीद राजीव पांडे महाविद्यालय भाटागांव रायपुर एवं डाॅ. संजय दास सहा.प्राध्यापक शास. स्नातकोत्तर महाविद्यालय वैशालीनगर भिलाई उपस्थित थे। 
            कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा मां सरस्वती के प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्जवलन के साथ हुआ। महाविद्यालय की छात्रा नेहा टेम्भुकर एवं अंकिता वैष्णव द्वारा स्वागत गीत की प्रस्तुति दी। महाविद्यालय के प्राचार्य  डाॅ. के .एल टाण्डेकर द्वारा मुख्य अतिथि डाॅ. बंशगोपाल सिंह एवं अन्य अतिथियों को गमला भेंटकर एवं बैच लगाकर स्वागत किया गया। 
वाणिज्य विभाग की विभागाध्यक्ष एवं कार्यशाला की संयोजक डाॅ. श्रीमती ई.व्ही. रेवती ने अपने उद्बोधन में कार्यशाला के मुख्य उद्देश्य शोधार्थियों के जिज्ञासाओ का समाधान करना एवं नई पीढी को शोध कार्य के प्रति सकारात्मक रूप से अभिप्रेरित करना है।
              महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅ. के.एल. टाण्डेकर ने कहा कि एक दिवसीय राज्य स्तरीय कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य प्राध्यापको, शोधार्थी, छात्र-छात्राओं को शोध अनुसंधान एवं उच्च स्तरीय शोध आलेख के प्रति जागरूक करना अकादमिक क्षेत्र में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करना है। अच्छा ग्रेड प्राप्त करने में शोध परियोजना कार्य एवं शोध पत्र महत्तवपूर्ण भूमिका निभाते है।  
          कार्यशाला की अध्यक्षता कर रही डाॅ. हेमलता मोहबे सेवानिवृत्त प्राचार्य राजनांदगांव द्वारा अपने वक्तव्य में कहा कि गहन एवं ईमानदारी से शोध कार्य द्वारा समाज को नई दिशा दे सकते है। 
            मुख्य अतिथि रूप में उपस्थित डाॅ. बंश गोपाल सिंह कुलपति पं. सुंदरलाल शर्मा मुक्त विश्वविद्यालय बिलासपुर द्वारा अपने उद्बोधन में कहा कि शोध प्रविधि में नई-नई समस्याओं को हल करने के प्रयास करना चाहिए। कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य शोधार्थियों के जिज्ञासाओं का सामाधान एवं युवा शोधार्थियों को सकारात्मक रूप से अभिप्रेरित करना है। छ.ग. राज्य शोध कार्य के क्षेत्र में देश के अन्य राज्यों की तुलना में पिछडा हुआ है । आज हर क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा है। सफल होने के लिये शोध एवं नवाचार आवश्यक है। प्रथम सत्र में विषय विशेषज्ञ के रूप में उपस्थित डाॅ. संजय दास सहा.प्राध्यापक ने अपने उद्बोधन में कहा कि शोध परिकल्पना, शोध डिजाईन, शोध के स्वरूप, शोध के प्रकार एवं शोध की विशेषताओं पर विशेष कार्य करने की आवश्यकता है। शोध विषय के चयन के पूर्व शोध के विभिन्न आयामो का अध्ययन के बिना गुणात्मक शोध संभव नही है। 
  कार्यशाला के द्वितीय सत्र में डाॅ. एल.एन. वर्मा सहा.प्राध्यापक ने अपने वक्तव्य में शोध प्रविधि - परियोजना निर्माण समंको के स्त्रोत, संकलन, प्रस्तुतिकरण एवं निर्देशन चयन को महत्व को बताया। 
        उक्त कार्यशाला में प्राध्यापको, सहा.प्राध्यापको, शोधार्थियो एवं महाविद्यालयीन छात्र-छात्राओं को मिलाकर कुल 131 प्रतिभागियों ने कार्यशाला में अपना पंजीयन कराया। महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅ. के.एल. टाण्डेकर एवं डाॅ. श्रीमती ई.व्ही. रेवती द्वारां उपस्थित अतिथियों को शाल,श्रीफल एवं स्मृति चिन्ह भेंट किया गया साथ ही समापन अवसर पर विषय विशेषज्ञ के रूप में उपस्थित डाॅ. एन.एन. वर्मा एवं डाॅ. संजय दास के हाथो कार्यशाला के प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र भेंट किया गया ।  
इस अवसर पर महाविद्यालय के सहायक प्राध्यापक डाॅ. प्रदीप कुमार जाम्बुलकर, क्रीड़ा अधिकारी डाॅ. एम.एल. नंदेश्वर, डाॅ. आर.आर. कोचे, श्री बी.आर. सिवारे, श्री नितेश तिरपुडे, श्रीमती ज्योति साहू, श्रीमती ममता देवांगन, कु. प्रतिभा सिंह, डाॅ. श्रीमती येशुक्रिती हजारे, कु. मेधा यादव, डाॅ. नौशिन अंजुम, श्रीमती तुलिका चक्रवर्ती, डाॅ. तरन्नुम, श्रीमती स्वाति देवांगन, कु. मंगला यादव, डाकेश्वरी साहू, कु. दीपिका सोनी, श्री एवलाल मेश्राम, श्री अभिषेक सोनी, श्री लीलाराम देवांगन, कु. अनिमा मिंज, कु. ऋचा अग्रवाल, श्रीमती उमा महोबिया, श्रीमती आकांक्षा पाठक, कु. पदमा खुटे, श्री योगेश निषाद सहित महाविद्यालय के कर्मचारी सुश्री सोहद्रा उइके, श्री नवनीत तिवारी, श्री नितिन शांडिल्य, श्री संजय तिवारी, श्री बी.आर. कोसले, श्री केजी सोनकर, श्री बीएस मंडावी, श्री विवेक श्रीवास, संदीप गजभिये, श्री सुशील सोनवानी, श्री शरद लाटा सहित महाविद्यालय के छात्र-छात्राएं बडी ंसख्या में उपस्थित रहे। कार्यक्रम का सफल संचालन डाॅ. श्रीमती नीता ठाकुर एवं डाॅ. सपना परिहार एवं आभार प्रदर्शन सहायक प्राध्यापक डाॅ. श्रीमती आशा चैधरी ने किया। 



 

                                                                                                                                                डाॅ. के.एल. टाण्डेकर
                                                                                                                                                        प्राचार्य
                                                                                                                                         शास. नेहरू स्नातकोत्तर महाविद्यालय
                                                                                                                                        डोंगरगढ़, जिला - राजनंादगांव (छ.ग.)